मुंबई : साउथ (South) सुपरस्टार (Superstar) महेश बाबू (Mahesh Babu) का जन्म 9 अगस्त, 1975 को चेन्नई (Chennai), तमिलनाडु (Tamil Nadu) में हुआ था। महेश बाबू के पिता कृष्णा घट्टामनेनी हैं। जो तेलुगु फिल्मों के निर्माता हैं साथ ही वो एक एक्टर भी हैं। और मां इंदिरा देवी हैं। एक्टर महेश बाबू मुख्य रूप से तेलुगु सिनेमा में अपने अभिनय के लिए जाने जाते है। ऑस्ट्रेलिया में बी गोपाल की फिल्म ‘वामसी’ की शूटिंग के दौरान महेश बाबू अपनी सह-कलाकार नम्रता शिरोडकर को डेट करना शुरू किया। लगभग चार सालों तक रिलेशनशिप में रहने के बाद इस कपल ने एक-दूसरे से शादी करने का फैसला किया।
10 फरवरी, 2005 को मुंबई के मैरियट होटल में फिल्म ‘अथाडु’ की शूटिंग के दौरान ये कपल शादी कर लिए। 31 अगस्त, 2005 को हैदराबाद के ग्लोबल हॉस्पिटल में नम्रता शिरोडकर ने अपने पहले बच्चे को दिया जिसका नाम गौतम कृष्ण हैं। समय से पहले बच्चे का जन्म होने पर नम्रता शिरोडकर की हालत थोड़ा गंभीर हो गई थी। हालांकि, डॉक्टरों द्वारा समय पर इलाज किए जाने पर वो ठीक हो गई थी। बाद में 20 जुलाई, 2012 को अभिनेत्री ने एक लड़की को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने सितारा रखा। अभिनेता अब तक कई फिल्मों में अपनी मुख्य भूमिका निभा चुके हैं।
यह भी पढ़ें
महेश बाबू कई पुरस्कार भी हासिल कर चुके हैं। जिनमें आठ नंदी पुरस्कार, पांच फिल्मफेयर दक्षिण पुरस्कार, चार दक्षिण भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, तीन सिनेमा पुरस्कार और एक आईफा उत्सवम पुरस्कार शामिल हैं। इतना ही महेश बाबू प्रोडक्शन हाउस जी महेश बाबू एंटरटेनमेंट के मालिक भी हैं। महेश बाबू ने अपने करियर की शुरुआत साल 1979 में रिलीज फिल्म ‘नीदा’ में एक कैमियो रोल करके की थी। इस फिल्म में वो एक बच्चे के किरदार में नजर आए थे। महेश बाबू की उम्र उस वक्त महज 4 साल थी। बाद में वो अपने पिता के कहने पर 9 सालों तक इंडस्ट्री से दूर रहें ऐसा उन्होंने अपने पिता के कहने पर किया था।
उनके पिता चाहते थे कि वो पहले अपनी पढ़ाई पूरी करें। साल 1999 में महेश बाबू फिल्म ‘राजाकुमारुडु’ में अपने मुख्य भूमिका में नजर आए थे। इस फिल्म में उनके अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पुरुष पदार्पण के लिए नंदी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके बाद महेश बाबू ‘अथाडु’, ‘पोकिरी’, ‘डुकुडु’, ‘बिजनेसमैन’, ‘सीथम्मा वाकिटलो सिरिमल्ले चेट्टू’, ‘नेनोक्कादीन’, ‘श्रीमंथुडु’ और ‘महर्षि’ जैसे फिल्मों में नजर आए। महेश बाबू फिल्मों के साथ-साथ एक धर्मार्थ ट्रस्ट और हील-ए-चाइल्ड चलाते हैं। वह रेनबो हॉस्पिटल्स से गुडविल एंबेसडर के रूप में भी जुड़े हुए हैं।